मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर झारखंडियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि चाहे वो हम झारखंडियों का 1 लाख 36 हज़ार करोड़ का बकाया हो या खेलो इंडिया के तहत मात्र 9 करोड़ की राशि।
मेदिनीनगर : महागठबंधन की सरकार हेडक्वार्टर से चलने वाली सरकार नहीं है। ये सरकार गांव-देहात से चलने वाली सरकार है। जहां कभी कोई पदाधिकारी नहीं गया उस गांव में पदाधिकारियों को पहुंचाया। गांव-गांव सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाकर योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुं
मेदिनीनगर : महागठबंधन की सरकार हेडक्वार्टर से चलने वाली सरकार नहीं है। ये सरकार गांव-देहात से चलने वाली सरकार है। जहां कभी कोई पदाधिकारी नहीं गया उस गांव में पदाधिकारियों को पहुंचाया। गांव-गांव सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाकर योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आज मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता और एडीजी सुमन गुप्ता ने भेंट की।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय परिसर में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे आमजनों की समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री आवास पहुंचे लोगों ने मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी-अपनी समस्याएं बताईं।
झारखंड में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्र अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। शुक्रवार को सभी जिलों में छात्रों का संगठन मुख्यमंत्री का पुतला दहन करेंगे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रक्षबंधन से पहले झारखंड की बहनों को सौगात देने वाले हैं। सीएम ने खुद कहा है कि रक्षाबंधन की पूर्व संध्या राज्य की बहनों के खाते में पैसे आने लगेंगे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 63वें अंतर्राष्ट्रीय सुब्रतो कप अंडर-17 बालिका वर्ग फुटबॉल प्रतियोगिता की चैंपियन टीम झारखंड के खिलाड़ियों से बुधवार को मुलाकात कर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैदराबाद दौरे पर हैं। वह तीन दिनों तक हैदराबाद में रहेंगे उसके बाद 14 अगस्त की सुबह रांची लौट आएंगे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को 49 वर्ष के हो गये। खुशी के इस मौके पर उन्हें बधाईयां देनेवालों का तांता लगा हुआ है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और कहा कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गरीबों, वंचितों तथा आदिवासियों के हक की लड़ाई लड़ेगा तथा जीतेगा
10 अगस्त 1975 को जब पूरा देश आपातकाल के साये में सांस ले रहा था, रामगढ़ के नेमरा में दिशोम गुरू शिबू सोरेन और रूपी सोरेन के घर एक नन्ही किलकारी गूंजी।